न्यूज डेस्क, अमर उजाला, अयोध्या
संतों को संबोधित करते हुए सीएम योगी - फोटो : अमर उजाला
मुख्यमंत्री बनने के बाद छठवीं बार अयोध्या पहुंचे योगी आदित्यनाथ को सोमवार को संतों के तीखे सवालों का सामना करना पड़ा। संतों ने कहा कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री से लेकर मेयर तक भाजपा का है, आखिर अब कब बनेगा राम मंदिर।
इस पर सीएम योगी ने उन्हें मर्यादा का पाठ पढ़ाया और कहा कि मंदिर जरूर बनेगा, लेकिन मर्यादा में रहकर ही मर्यादा पुरुषोत्तम का मंदिर बनेगा।
रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के जन्मोत्सव में आयोजित संत सम्मेलन में पहुंचे योगी ने कहा कि भगवान राम मर्यादा के प्रतीक हैं, संत मर्यादा के प्रतिनिधि।
सभी समस्याओं के समाधान का सम्यक प्रयास मर्यादा में रहकर करना होगा। सीएम ने समझाते हुए कहा कि हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं। न्यायपालिका, विधायिका, कार्यपालिका की अपनी भूमिका होती है। हमें उन मर्यादाओं को भी ध्यान में रखना होगा।
विपक्ष पर निशाना... गोली चलवाने वाले कर रहे मंदिर की बात
योगी ने कहा कि रामभक्तों पर गोली चलवाने वाले लोग अब राम मंदिर की बात करते हैं। इमरजेंसी में लोकतंत्र की हत्या करने वाले लोग लोकतंत्र की दुहाई देते हैं। उनके हृदय परिवर्तन को हम अपनी जीत मानते हैं।
संतों का सवाल... राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सब भाजपा के तो फिर देरी क्यों
सीएम योगी आदित्यनाथ जब मंच पर पहुंचे तो भीड़ ने नारा लगाया कि योगीजी मंदिर का निर्माण करो। फिर शीर्ष संतों ने सवाल खड़ा किया कि राममंदिर कब बनेगा।
परमानंद सरस्वती ने कहा कि अब क्या बचा है? प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक से लेकर मेयर तक भाजपा के हैं, फिर भी सरकार राममंदिर बनाने से परहेज क्यों कर रही है।
पूर्व सांसद डॉ. रामविलास वेदांती ने कहा कि विस चुनाव में योगी ने हर मंच से सरकार बनने पर मंदिर निर्माण का एलान किया था। अब भाजपा मंदिर नहीं बनाती है तो वह रसातल की ओर चली जाएगी।
मोदी और योगी को राममंदिर की प्राथमिकता नहीं भूलनी चाहिए।
संत यह भी ऐलान करते दिखे कि जैसे बिना कोर्ट और सरकार के आदेश के बाबरी ढांचा ध्वंस किया गया, उसी तरह राममंदिर का निर्माण करने में भी अब रामभक्त पीछे नहीं रहेंगें।
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